Tuesday, December 21, 2010

good lines .. I read ..

- Silence is the BEST answer for all the stupid questions .. smile is the BEST reaction to all critical situations .. and you must keep yourself smiling .. when you looses .. as your smile may reduce the joy of win in your opponent ..
- If you are right – no need to get angry .. if you are wrong – you have no right to get angry .. ( my friend DR SARBHAI sent me this message on 21 Dec 2010 .. in the morning )

प्याज ..

प्याज काटने से आंसू निकलते हैं / जनाब .. मेरे तो प्याज खरीदने में भी आंसू निकलते हैं / वे आपस में बातें कर रहे थे / मैं सुन रहा था / मैं सोच रहा था ..

Tuesday, November 30, 2010

few good lines .. I read ..

few good lines .. I read ..
- laughing faces do not mean the absence of sorrow .. but .. infact they posses the ability to hide / to deal with ..
- the key of happiness is not that you do not get angry or upset or irritated or depressed .. but the real fact behind the happiness is that how fast you get rid of them ..
- the happiness of life depends on the quality of thoughts .. and the quality of thoughts depend on the people surround you .. in your life ..
- time always plays the game of CHESS with us .. it makes a move in our lfe and then sits back to see how we react to the challenge .. SO ALWAYS THINK PROPPERLY AND MAKE A MOVE or STEP AHEAD ..
- it is good to be in someone’s thoughts .. but it is best to be in someone’s prayers ..
- loving .. laughing .. living .. winning .. all may be easy .. but it is difficult to be simple ..
- you may be important but it is more important to be simple ..
- if you love someone .. show it .. it is better than telling it .. and if you hate someone .. it is better to tell him then showing it ..
- time .. health .. relation .. these things do not come with the price tags .. but .. when we loose them we realize the cost ..
- living with the attitude of .. 2 GET and 2 GIVE .. may create problems .. but .. if just double it .. i.e. 4 GET and 4 GIVE solves many problems ..
- soft nature does not amount to weakness of a person .. as .. never forget that nothing may be softer than water .. but its force can break strongest ROCK ..
- one says that - I can understand your feelings .. but the magic of saying is in – I can feel your feelings .. it is the magic of the depth in true relationship ..
- no candle looses its light while lightening another candle .. so never stop sharing and helping others ..
- people say – find good people and leave bad people .. but I feel – find good people and just ignore the bad content in them .. as no one is perfect ..
- two facts of life : 1. most affectionate person fights more than enemy .. 2. you easily melt like butter when the most lovable person says – I an sorry ..
- fact of life : when you are happy .. you want to reach the person you love most .. but when you are in a sad mood .. you want to reach the person who loves you most ..

मैं सोच रहा था ..

To have a better vision of the Future .. it is better to avoid the hang over of the past .. मैंने कहीं पढ़ा था / मैं सोच रहा था .. / कि / किसी दूसरे स्टेशन पर पहुंचने के लिये / एक स्टेशन को तो छोड़ना ही पड़ता है ..

मैं सोच रहा था ..

अंधेरा है / दिया तो है / और / दिये में तेल तो है / और / बाती भी है / लेकिन / वो / चिन्गारी / कहां से लाउं .. / मैं सोच रहा था ..

पुलक ने कभी .. कहीं कहा था ..

Imperfection makes the world beautiful .. / पुलक ने कभी / कहीं कहा था .. / मुझे याद रहा .. / आज भी / और / याद रहेगा मुझे हमेशा .. / क्योंकि / यह तो / दर्शन की बात है .. / philosophy / है यह ..

Friday, November 26, 2010

मैं सोच रहा था ..

मैं अखबार पढ़ रहा था .. किसी के पैदा होने की खुशी में मनाए जश्न का समाचार था .. आगे .. अखबार में एक लेख था .. कोशिश करने वाला और हल ढूंढने वाला मन चाहिये .. आगे कहीं नजर पड़ी तो देखा कि लिखा था .. अहकांर और फिर उसकी परिणति .. अखबार के पन्ने को फिर पलटा .. नजर पड़ी .. उस कालम पर .. जहां दिवंगत हुए लोगों की सूचना थी .. मैं अखबार पढ़ रहा था .. मैं सोच रहा था ..

कहीं पढ़ा था ..

मैंने कहीं पढ़ा था - वह व्यक्ति विश्व के सबसे शक्तिशाली व्यक्तियों में से हैं .. जिसके पास वो मन है जो परिस्थितियों से कभी हार नहीं मानता .. । जब मैंने इसे पढ़ा तो मुझे वो पंक्तियां भी याद आ गई .. जिसे मैंने कभी पढ़ा था - मन के हारे हार है .. मन के जीते जीत .. ।

Monday, November 8, 2010

बातें ..

एक - वह तो कपटी है .. अंदर से कुछ तो बाहर से कुछ और ..
दूसरा - क्या तुम्हे नारियल पसंद है ..
एक - हां .. बेहद .. लेकिन ये नारियल को बीच में क्यों ले आये .. क्या मेरी बात .. तुम्हें पसंद नहीं आई ..
दूसरा - बात मेरी पसंदगी या फिर नापसंदगी की नहीं है .. मैं तो यह कहना चाह रहा था कि, सभी कुछ प्राकृतिक है .. लोगों का व्यवहार भी .. शायद उसका व्यवहार भी जो बाहर से कुछ और तो अंदर से कुछ और .. कुछ-कुछ .. शायद नारियल की तरह .. । कोई फल किसी को पसंद है तो किसी और को कोई और फल .. ।
कोई दो थे .. बातें कर रहे थे .. मैं .. तीसरा .. भी वहीं था .. मैं सुन रहा था .. मैं सोच रहा था .. ।

Thursday, November 4, 2010

a thought ..

प्रतिभा .. रचनात्मकता .. हुनर .. ये सभी छिपे होते हैं .. कभी किसी धर्म के पीछे .. तो कभी किसी संप्रदाय के पीछे .. तो कभी किसी मान्यता की दीवार के पीछे .. तो कभी आर्थिक संकट के बोझ के नीचे .. । यह कहना तो आसान है कि इन्हें निकलना चाहिये और उभारना चाहिये .. लेकिन ऐसा कर पाना शायद कुछ हद तलक ही संभव है .. । इस दिशा में किये गये प्रयास की सफलता के प्रतिशत में जाने से अच्छा होगा कि प्रयास को भी तहे दिल से सराहा जाय .. ।

Friday, October 29, 2010

मेंने कहीं पढ़ा था -

मेंने कहीं पढ़ा था -
मुस्कान बहुत बड़ी दौलत है .. इसे पाने वाला तो मालामाल होता ही है .. .. लेकिन देने वाला भी कभी दरिद्र नहीं होता .. ।

मैं सुन रहा था .. मैं सोच रहा था ..

एक - सरलता व सहजता का कभी-कभी नकारात्मक प्रभाव देखा गया है .. ।
दूसरा - हो सकता है .. लेकिन, ऐसा प्रभाव चिर स्थाई नहीं होता .. यह प्रभाव कालांतर में अंततः सकारात्मकता में परिवति्रत हो ही जाता है ..
तीसरा - बाद मरने के सबाब आये तो क्या फायदा .. ।
चौथा - कभी ऐसा भी तो होता है कि, भैंस के आगे बीन बजाये .. भैंस पड़ी पगुराये .. ।
एक - सांप हो या फिर बिच्छु .. अपनी प्रकृति तो नहीं बदलते .. सरलता व सहजता की भाषा व अर्थ व मायने की भला उन्हें काहे की समझ .. ।
तीसरा - कुटिलता का जवाब कुटिलता ही होना चाहिये .. तभी सबक मिलता है .. ।

सहमति व असहमति के इस वार्तालाप को .. मैं सुन रहा था .. मैं सोच रहा था .. ।

Sunday, October 24, 2010

अनुरोध ..

विरोध .. अवरोध .. गतिरोध .. प्रतिरोध .. । मैं पढ़ रहा था .. खबरों का सिलसिला .. लेकिन कहीं भी नहीं थी .. बातें अनुरोध की .. ।

Saturday, October 23, 2010

हिन्दी .. भारत की राष्ट्र भाषा है .. विविधता में एकता के लिये .. यह एक जरूरत है ..

मैं पिछले दिनों, भारत में ही, लम्बी यात्रा करके लौटा हूं लेकिन जो मैंने देखा और महसूस किया वह चौंकाने वाला था । जहां मैं हतप्रभ था वहीं मुझे दुख भी हुआ । बढ़ती क्षेत्रियता की भावना को देखकर व जानकर । हम भारत के किसी भी कोने में हों .. यह अहसास बना रहना चाहिये कि, हम भारत में हैं .. अपने ही देश में .. अपनी ही भूमी में .. । मातृभाषा चाहे जो भी हो लेकिन, राष्ट्रभाषा तो हिन्दी है इसे नहीं भूलना चाहिये .. । आपने किसी से हिन्दी में कुछ पूछा और उसने जवाब किसी भी स्थानीय या प्रांतीय भाषा में दिया और जो आपको आती नहीं है .. । आपके किसी व्यवहार से किसी को अनावश्यक तकलीफ नहीं पहूंचे .. यह सोचना भी जरूरी है । इसे समझना और आत्मसात करना जरूरी है .. कि .. हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी है और वह ही सर्वोपरि है । विविधता में एकता के लिये विचारों के आदान-प्रदान के लिये भाषा का एक होना जरूरी है और हमारी राष्ट्रभाषा हिन्दी है .. हमें अपनी राष्ट्रभाषा हिन्दी पर गर्व करना चाहिये .. ।

you like to listen or not ..

किसी भी अप्रिय स्थिति से दूर भागने का प्रयास करते मैंने कई लोगों को देखा है । अप्रिय का सीधा मतलब है .. ऐसी कोई बात जो नापसंद हो .. या फिर ऐसी कोई बात जो भले ही सही हो लेकिन आप जिसे सुनना पसंद नहीं करते । लेकिन किसी के नहीं सुनने या नहीं सुनाने से, वास्तविकता तो नहीं बदल जाती .. । बात दरअसल यह है कि किसी की भी बात को ध्यान से सुन लेने से - 1. सामने वाली की हौसलाफ़जाई होती है, और 2. आपने उसकी बात ध्यान से सुना इसलिये हो सकता है कि कोई आपके काम की बात आगे भी वह बता जाये .. वरना, आप वंचित हो सकते हैं ऐसी किसी भी सूचना या जानकारी से, जो सही समय पर आपको मिल पाती ।
मैं ब्लाग में, केवल वही बातें लिखना चाहूंगा जो, किसी न किसी रूप में, मेरे इर्द-गिर्द घटी हैं ।

Monday, October 18, 2010

बातें .. वक्त वक्त की ..

बुराई पर अच्छाई की विजय .. रावण कितना भी बड़ा हो वह तो मरता ही है .. अहंकार का अंत तो होता ही है .. .. ये सभी और दूसरे भी कुछ इसी तरह के और ढेर से SMS पढ़ने के बाद .. आज अखबारों में पढ़ा कि बीते हुए कल में .. किसी ने कुछ तो किसी ने कुछ .. तो किसी ने कुछ .. कुछ-कुछ ऐसी ही बातें कहीं थी .. कल occation या अवसर भी था कहने का .. और .. अब दशहरा बीत गया है .. और वह occation या अवसर भी ..

Sunday, October 17, 2010

बातें ..

कोई बातों ही बातों में कह रहा था कि, मैं तो भगवान के सामने हाथ जोड़कर कभी भी कुछ नहीं मांगता हूं क्योंकि क्या मालूम मैंने जितना भी मांगा है भगवान मुझे उससे ज्यादा देना चाहते हों और फिर मैंने ज्यादा मांग भी लिया तो इससे क्या होता है .. उनको जितना देना है वो मुझे उतना ही तो देंगे .. वहीं कोई दूसरा भी था .. उसने कहा कि मैं तो कुछ इस तरह से सोचता हूं कि छोटे से बच्चे को भी मां, तभी दूध पिलाती है जब वह रोता है .. मैं उनकी बातें सुन रहा था .. मैं सोच रहा था ..

Thursday, October 14, 2010

कल .. आज .. और कल ..

आज ही की तो बात है कि ..
कोई मुझसे कह रहा था - अतीत की तरफ झांकता हूं तो कभी लगता है कि ठीक ही हुआ तो कभी सोच .. वर्तमान पर ही सवालिया निशान उठाने लगती है कि यदि ऐसा होता तो .. तो क्या होता ..
मैंने कहा - अतीत तो अतीत है और वर्तमान एक हकीकत .. अतीत को कुरेदने में, उसका विश्लेषण करने में, वर्तमान को खर्च कर देना .. कहां की बुद्दिमानी है .. जो हुआ .. सो हुआ .. न अच्छा हुआ न बुरा हुआ .. जो हुआ .. सो हुआ .. ।

Tuesday, October 12, 2010

12 अक्टूबर 2010, मंगलवार ।
आज बहुत दिनों के बाद, समय मिलते ही सोचा कि ब्लाग पर जाकर कुछ लिखूं क्योंकि जरूरी है लिखना इसलिये कि मुझे याद रहे और फिर कोई पढ़ता भी है मेरे ब्लाग को .. मुझे कोई महत्वपूर्ण नहीं लगता है यह मुद्दा .. क्योंकि यह मैं नहीं सोचता कि किसी को ब्लाग इसलिये लिखना चाहिये कि कोई पढ़े .. कोई पढ़ता है तो यह अच्छी बात है ।
मैंने चाहा है जो लिखना वो यह है -
कोई किसी की किस्मत को बदलने की प्रयास तो कर सकता है लेकिन बदलने में वह सफल ही होगा यह संभव नहीं है । जो घटनाएं घटनी हैं .. फिर चाहे वे सुखद हों या फिर दुखद .. यदि घटनी हैं तो स्थितियां व सोच उसी दिशा में चलने लगती हैं ।

Saturday, September 18, 2010

.. a good SMS

यह sms मुझे विक्कू ने भेजा था -
do not get attracted to those who have achieve great heights .. love those who hold you when you fall from the greatest height .. A loyal one is better than the royal one .. He is always sending me thoughtful messages ..

Tuesday, September 14, 2010

a thoughtful message ..

इस दुनिया में ईश्वर का संतुलन कितना अदभुद है .. 100 किलो अनाज का बोरा जो उठा सकता है, वो खरीद नहीं सकता .. और जो खरीद सकता है वह उठा नहीं सकता .. ।
इस thoughtful SMS को डा. कविन्द्र सरभाई ने मुझे भेजा था .. ।

दुखहर्ताः सुखकर्ताः

दुखहर्ताः सुखकर्ताः .. श्री गणेश पर आधारित यह पुस्तक, गणेश चतुर्थी के पहले दिन ही, 10 सितम्बर 2010 को, उपलब्ध हो गई । ईश्वर की कृपा से .. लगभग 2 वर्षों के बाद ही पुस्तक का प्रकाशन संभव हो सका ।

Sunday, August 29, 2010

पुस्तक के बारे में ..

आज ही मैंने श्री गणेश पर पुस्तक - दुखहर्ताः सुखकर्ताः पूरी कर छपने दिया है । गणेश चतुर्थी नज़दीक है इसलिये कोशिश है कि पुस्तक पहले आ जाये ।

Monday, August 23, 2010

thoughtful messages ..

thoughtful messages .. sent by Vicku ..
- Company of good people is like walking in a shop of perfume .. wether you bye the perfume or not .. you are bound to receive the fragrance ..
- Everybody loves a rose .. but nobody loves a leaf which adds beauty to rose .. love those who make your life beautiful .. but not who is beautiful ..

Friday, August 6, 2010

nice sayings ..

- Fighiting with the world is easy .. as you either WIN or LOOSE .. BUT fighting with a dearest one is very defficult as if you loose - YOU LOOSE .. and even, if you win - YOU LOOSE ..
- You may give 100 chances to to your enemy, to become your friend .. but never give a single chance to your friend, to become your enemy ..
Create a value of your own / given value is not thr real one .. you have / you will be remembered by your own efforts and not by virtue of a status awarded to you like others ..

- Just hire a driver if you do not know how to drive .. and just burn the sadness in your Heart if you do not know how to remain happy ..

Sunday, August 1, 2010

good lines ..

today .. I came acroos good lines .. to read and to dipatch .. in the blog -
- Some joys are better explained in silence, as a smile gets more audible than laughter.. I was asked if I enjoyed my friendship with you .. I just smiled - in return ..
- It is not hard to sacrifice something for someone .. BUT, it is hard to find someone .. who deserves your sacrifice .. !

Tuesday, July 27, 2010

thoughtful dispatch by Ravi Chaudhary ..

Ravi Chaudhry had written a thoughtful dispatch .. on face book -
No one will ever remember, how you look, speak or what you did ..
The only thing MOST will remember throughout is that how you made them FEEL ..

sms from vikku ..

Vikku ( I always call him by his घर का नाम ) is always sending me good and thoughtful messages -
ONCE A WISE MAN ASKED GOD : WHAT IS THE MEANING OF LIFE .. ?
GOD : LIFE ITSELF HAS NO MEANING IN IT .. LIFE IS AN OPPORTUNITY TO CREATE MEANING ..

Sunday, July 25, 2010

आज किसी से सुना ..

कोई किसी से कह रहा था ..
Just by the superficial observation .. one must not form any opinion .. as one may loose the opportunity ..
मैं सुन रहा था .. मैं सोच रहा था ..

Saturday, July 24, 2010

चिंता भी .. चिंतन भी ..

कभी ऐसा भी होता है कि हमें रास्ते चलते कोई चेहरा अपना लगता है तो कभी रास्ते में कोई ऐसा चेहरा नज़र आ जाता है जिस पर नजर पड़ते ही गुस्सा सा आने लगता है जबकि उस अनजान चेहरे ने अपना कुछ भी नहीं बिगाड़ा होता है .. कोई मुझसे कह रहा था .. न जाने ऐसा क्यों लगता है .. वे आगे कहने लगे - जब किसी से कोई बैर नहीं तो फिर क्या सोचना .. लेकिन जब कोई आत्मसात करता कोई चेहरा दिखकर गायब हो जाता है तो फिर कुछ तकलीफ तो होती है .. । उनकी बातें / मैं सुन रहा था / मैं चिंतन कर रहा था / मैं चिंतित हो रहा था / मैं सोच रहा था ..

किस्मत और हौसला ..

मैं तो ब्लाग में लिखते जाना चाहता हूं .. जो और जब महसूस करता हूं अपने अंदर या फिर इर्द-गिर्द होती हलचलों के परिणाम स्वरूप -
वे लोग जो स्वयं से होकर अवसर खोते हैं बाद में कहते फिरते हैं कि काश जिंदगी ने हमें मौका दिया होता .. लेकिन हौसले की कमी से वे महरूम हो जाते है .. सफलता से और फिर सारा का सारा मढ़ देते हैं .. किस्मत पर ।

Friday, July 23, 2010

चिंता भी और चिंतन भी ..

मैं लोगों को हर वक्त धैर्य रखने की सलाह देता रहता हूं लेकिन मुझे लगता है कि जैसे मैं कभी जरूरत से ज्यादा अधीर हो जाता हूं .. आज इस ब्लाग को लिखते समय .. मैं चिंतित था .. और अपनी इस अधीरता की वजह पर चिंतन कर रहा था .. मैं सोच रहा था ..

कल और आज ..

मुझे आज लगा कि जो मैंने पहले लिखा था कि आने वाले कल में tomorrow में 0 तीन बार है .. सो हतोत्साहित होने की आवश्यकता नहीं है .. वह लिखी बातें .. अब ऐसा लगता हैं कि जैसे अपूर्ण है और आज मैं इस बात को भी याद करता हूं कि - काल करै सो आज कर और आज करै सो अब .. क्योंकि opportunity में o .. tomorrow से कम ही आता है .. यह बात मेरे blog को पढ़कर किसी ने मुझे कहा और कहा कि मैं इसे भी blog में लिख दूं ..

Thursday, July 22, 2010

positivity ..

alphabet O stands for opportunity - which is absent in yesterday .. present once in tOday .. but thrice in tOmOrrOw .. so never loose hope ..
This was the message received a few days back .. I add to this - be hopeful always and go on searching and establishing new reasons to enhance your positivity and hope .. just avoid the negative thinkig process at the very begining .

ज़िंदगी ..

I have seen people, submitting their photographs to any of the web .. perhaps just to impress others that they have visited so many places .. यही शायद उनकी ज़िंदगी का एकमात्र लक्ष्य होता है .. what a beutiful photograpgh .. wou .. अच्छा तो तुम यहां भी हो आये .. वाह क्या बात है .. । बस यहीं तलक सिमटकर रह जाती है .. ज़िंदगी उनकी । बाद में .. लम्बे अंतराल के बाद में .. nostelgia .. जो उनके खुद के लिये है । कुछ कर गुजर जाने की तमन्ना क्यों नहीं होती है लोगों में .. मैं सोच रहा था .. । कुछ ऐसा कर गुजर जाने की तमन्ना कि जो स्वांतः सुखाय से कहीं उपर हो .. । कई पीढ़ीयों तक लोग याद रखें .. ।

Wednesday, July 21, 2010

अभिव्यक्ति ..

हर चीज बोलती है .. इर्द-गिर्द .. और .. सर से लेकर पांव तलक .. हर तरफ .. सभी कुछ .. कभी कहीं कुछ तो .. कभी कहीं कुछ .. तो .. कभी बहुत कुछ .. बात दरअसल अपने-अपने चिंतन की है .. अपने-अपने रूचि की है .. किसी को पेड़-पौधे अच्छे लगते हैं .. प्रकृति अच्छी लगती है .. कोई इस पर काव्य-रचना करता है .. उसे कोई चित्रित करता है .. तो कोई पोट्रेट बनाता है .. कुल मिलाकर बात अपने-अपने रूचि की है .. देखने .. सुनने से लेकर चिंतन व उसके बाद .. अभिव्यक्ति तलक ।
मैं कैनवास पर चित्र बना रहा था .. मैं सोच रहा था .. फिर मैंने शाब्दिक अभिव्यक्ति का सहारा लिया .. मैं सोच रहा था .. मेरी रूचि किसमें है .. मैं सोच रहा था .. मुझे लगा कि वक्त बोलता है और अनुभूति व्यक्तिगत होती है .. और अभिव्यक्ति भी .. रूचि भी ..

courage ..

tubular vision is one of the reasons .. that reduces or at times .. eliminates the inner courage element .. and .. results in killing the inner ..

truth of life .. I think .. it is the ..

There are situations that comes in your life but .. किसमें इतना साहस है कि वह साफ-साफ लिख सके .. ऐसे अनेक कारण होते हैं जहां चाहते हुए भी हम कुछ नहीं लिख सकते .. that is why .. इसलिये .. observing the so many unavoidable situations .. one may not be able to write about the inside .. this is so true that कोई एक हैं जिन्होने अपने autobiography के बारे में कभी कहा कि कोई साफ-साफ व सही-सही अपने बारे में लिख नहीं सकता .. मैं तो इससे सहमत हूं .. और कोई इस बात से सहमत होता है या नहीं यह उस व्यक्ति की अपनी सोच है .. सो किसी भी autobiography को पूर्ण रूपेण आत्म-कथा कहना न तो सही है और न ही उचित .. any autobiography .. may be a window view .. खिड़की से दिखाई देने वाला सच .. सच का केवल उतना ही हिस्सा .. जो खिड़की से दिखाई देता है ..

the jolt ..

At times .. all of a sudden .. you find a situation that gives a jolt .. a kick or a strong push to your life resulting in a process that boosts your energy level .. But .. if you are lucky enough then only you will be able to recognise this jolt .. Believe me that this comes out with a positive change in your life .. Relating this .. there are examples I have experienced in my life and seen in other life also and read in books also .. Reading in books may not carry that effect as if you realise or experience in your own life .. This may comprise any situation that can be described by .. anything from first letter A of alfabet to the last letter Z of alfabet .. or may any letter from middle .. may be R or J or N or S or any other .. This has no shape .. no form .. and nothing can be said .. also .. no way this can be defined .. Well .. this much I know and understand that .. this can bring you out of any distress by providing an unknown strength .. within you ..

Tuesday, July 20, 2010

ego ..

I think .. this is the EGO .. which is the route cause of many trobles .. many problems .. this .. I observe .. यह जानते हुए भी कि किसी के महान कहने से कोई महान नहीं हो जाता .. तो फिर किसी के नीचा दर्शाने वाले शब्दों से कोई क्यों आहत होता है ..

Thursday, July 15, 2010

Octopus predictions turned true .. well .. there is nothing to say .. as a lot have been told and discussed about .. and still continued .. written in many news papers ..

Friday, July 9, 2010

आक्टोपस और भविष्यवाणियां ..

विश्व कप फुटबाल में स्पेन व निदरलेंड फायनल में पहुंचे है व तीसरे स्थान के लिये जर्मनी व उरूग्वे के बीच मुकाबला होना है । पाल नामक जर्मनी के इस आक्टोपस ने स्पेन के विश्व विजेता होने व जर्मनी के तीसरे स्शान को काबिज कर लेने की भविष्यवाणी की है । फुटबाल को एक कमर्प्रधान खेल की श्रेणी में रखा जा सकता है । भाग्य पर कुछ ज्यादा ही विश्वास करने वाले कुछ लोगों ने आक्टोपस का उपयोग व प्रयोग कर, भाग्य को एक नये आयाम के साथ फुटबाल के साथ जोड़कर एक बार फिर शायद यह जताने की कोशिश की है कि भाग्य ही सवोर्परि है । इस तरह की कोई भी घोषणा खिलाड़ियों पर मनोवैज्ञानिक दबाव बना सकती है जिसका असर खेल के नतीजों पर भी पड़ सकता है । कभी तो ऐसा भी होता है कि अतिविश्वास किसी भ्रम को पनाह दे देता है जो नाकामयाबी का सबब बन जाता है तो कभी ऐसी घोषणाएं हौसलों को बढ़ा देती हैं और किसी स्तर पर आत्मविश्वास को टूटने से बचा भी लेती हैं । इसलिये ऐसी घोषणाओं का क्या असर होगा यह कह पाना मुश्किल है । किसी अखबार में मैंने पढ़ा कि सिंगापुर के किसी व्यक्ति के पास मणि नाम का कोई तोता है जो भविष्यवाणियां करता है । इस तोते के द्वारा की गई भविष्यवाणि के अनुसार नीदरलेंड 2010 की विश्व विजेता टीम होगी । खैर यह सब तो बहस का मुद्दा है । कुल मिलाकर कर्म ज्यादा महत्वपूर्ण तो है ही । कर्म में निश्चितता है कि आपका परिणाम काफी हद तलक आपके कर्म के सापेक्ष होगा लेकिन भाग्य तो इत्तेफाकन है ।

Thursday, June 10, 2010

richness in relation to time ..

I was watching the list of rich people in the world in a news paper .. one of my friend passed this comment -
No man in this world is rich enough to buy his past ..

Sunday, May 23, 2010

किस्मत की बात ..

दुबई से मैंगलोर आ रहा एक यात्री विमान 22 मई 2010 को मैंगलोर हवाई अड्डे पर उतरते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया था । मैं अखबार पढ़ रहा था । आगे के पृष्ठों में, एक जगह नजर पड़ी, लिखा था -
- वह भाग्यशाली थी कि उड़ान छूट गई ।
थेरेसियाम्मा फिलिप ( नाम, जैसा अखबार में लिखा था, वैसा का वैसा ही मैंने लिख दिया है) इसी विमान से जो कि दुर्घटना का शिकार हो गया था और जिसमें अनेक जानें चली गई थीं, से, अपने बेटी से मिलने के लिये मैंगलोर आने वाली थीं । वे इस विमान में बैठने से इसलिये वंचित रह गई थीं क्योंकि, उन्हें यह धोखा हो गया था कि फ्लाइट शाम की है, जबकि वह सुबह की थी । किसी समाचार चैनल को उन्होने बताया - इस तरह से मेरी उड़ान छूट गई और उड़ान छूटने की वजह से मैं पछता रही थी कि इसी बीच मेरी बेटी ने, फोन पर, मुझे विमान के गुर्घटनाग्रस्त हो जाने की सूचना दी ।
- काम के बोझ से बची जान ।
दुबई से, एक व्यक्ति कुन्हीकान्नन चांडू (51 वर्ष), अपने बेटे को इंजीनियरिंग कालेज में, प्रवेश दिलाने में मदद के लिये, मैंगलोर जाने वाले थे और शनिवार की सुबह ही दुबई से मैंगलोर का उन्होने टिकट लिया था । लेकिन उनके प्रबंधक ने आवश्यक कार्य आ जाने के कारण, उन्हें इस यात्रा को स्थगित करने का निर्देश दिया ।
ये समाचार पढ़कर मुझे विश्वरंजन पर लिखी, मेरी किताब, जाने कितने रंग, ( पृष्ठ 29 से 33 में, सफलता और असफलता, नामक लेख में ) विश्वरंजन द्वारा किसी विमान दुर्घटना से संबंधित सुनाये गये किसी किस्से का उद्धरण याद आ गया था । जिन्होने उस किताब को पढ़ा होगा वे विश्वरंजन द्वारा सुनाये उस किस्से से भी वाकिफ होंगे कि जिसमें ट्रेफिक जाम के कारण किसी की फ्लाइट छूट जाती है .. वह दुखित हो जाता है लेकिन, बाद में उस विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने का समाचार सुनकर, भगवान को धन्यवाद देता है । आज विश्वरंजन से मिलने पर, मैंने उन्हें उस किताब की उक्त बात याद दिलायी । सुनकर, विश्वरंजन शांत थे । बस इतना कहा - किस्मत की बात है .. ।

Monday, May 10, 2010

Nice messages ..

(01) It is better to loose your ego, to one, you love .. than, to loose the one, you love, because of ego ..
(02) If the looser keeps his smile .. the winner will loose the thrill of his victory .. that is the power of the smile .. so always have smile on your face ..
(03) Every person around you is going to hurt you at some point of time .. but it is on you to decide what is important .. THE PAIN or THE PERSON ..
(04) Even IRON becomes weak .. when it is hot .. and people can use it the way .. they wish to .. so we should always try to stay COOL .. if we wish to be STRONG ..
(05) Umbrella can not stop the rains .. but but allows us to stand in the rains .. Confidence may not bring the success .. but it gives power to face any challenge ..
(06) A crow was sitting on a tree doing nothing .. Rabbit thought to follow and did the same .. and sat on the ground .. A wolf came and ate the poor Rabbit .. MORAL of the story : TO SIT AND TO DO NOTHING YOU NEED TO BE AT TOP ..
(07) I do not know about others .. but my herat has .. many scratches .. scribbled by the dear ones ..
(08) If an egg is breaked by any outer force .. the life ends .. but if an egg is breaked by the inner force or force within .. the life begins - GREAT THINGS ALWAYS BEGIN FROM WITHIN ..

Monday, May 3, 2010

मुझे बहुत दुख हुआ ..

मैंने हिंदी माध्यम में बारहवीं पास, किसी को देखा कि .. वह चाण्डक, पाटिल या फिर पूजा जैसे हिन्दी के शब्दों को लिखने में असमर्थ है । शिक्षा के इस स्तर को देखकर, मैं हतप्रभ था । मुझे आश्चर्य भी हुआ और दुख भी बहुत ।

Sunday, May 2, 2010

SMS .. to read ..

The SMS .. I received -
When you have money in hand .. only you forget that who you are . but when you do not have money in hand .. the whole world forgets that who you are .. This is life ..

Thursday, April 29, 2010

positive thinking for all ..

The story is that once a couple was travelling in a bus in a mountainous area .. at a place they decided and got down .. the bus then moved on .. after a few minutes a huge rock fell on the bus from the mountain .. and resulted in crushing and killing everyone in the bus .. The couple after knowing the accident, said - we wish we were on that bus .. further they added that If they had remained on the bus instead of deciding to get down .. the resulting time delay .. could have been avoided and the rock would have fallen after the bus had passed .. !!
Moral of the story
- always think positive in life and look for the opportunities where you can help others ..

the meaningful lines ..

· Always be humble .. as it is the essence of success ..
. Always practice leadership in small things .. instead of waiting for any big crisis ..
. It is not that important that how much you do .. but how much you love to make efforts in the doing .. is more important ..

Friday, April 23, 2010

वक्त ..

अंडे का तो / आमलेट बन जाता है / लेकिन / आमलेट को / फिर से अंडा / नहीं बनाया जा सकता / गुजरता / वक्त भी तो / ऐसा ही है / जो / लौट कर / फिर कभी / नहीं आ सकता / मैं सोच रहा था ..

Monday, April 19, 2010

जिंदगी क्या है .. उनसे जानना चाहिये जिनकी कोई गल्ती नहीं है और वे किसी न किसी वजह से पीड़ित हैं .. मैं सोच रहा था .. मैं आज बहुत दुखित हूं .. इतना कि जितना कभी नहीं रहा ..

Sunday, April 18, 2010

मैंने कहीं पढ़ा था -
- यदि किसी मित्र को खोना चाहते हो तो उसको उसके भले की बात को बता दो .. और
- संकट में यदि आप साहस बनाये रखते हैं तो समझ लें कि यह लड़ाई जीतने के समान है .. और
- आप जिस स्थिति या हालात में हो .. ईश्वर को याद कर उसे धन्यवाद दो क्योंकि संसार में इससे भी अधिक कष्ट हैं जिन्हें ईश्वर ने आपके हिस्से में नहीं दिया है .. और
- A BAND IN THE ROAD IS NOT THE END OF THE ROAD .. UNLESS YOU REFUSE TO TAKE THE TURN ..

Friday, April 16, 2010

- UMBRELLA CAN NOT STOP THE RAINS BUT IT PROTECTS US .. CONFIDENCE MAY NOT BRING SUCCESS BUT IT HELPS TO FACE ANY CHHALLANGE ..
- A BIRD SITTING ON THE BRANCH OF A TREE IS NEVER AFFRAID OF THE BRANCH SHAKING .. BECAUSE BIRD TRUSTS NOT THE BRANCH BUT ITS OWN WINGS .. SO BELIEVE IN YOURSELF ..
- A CLAY POT CONTAING MILK WILL BE ALWAYS RATED HIGHER THAN THE GOLD POT CONTAINING POISON - IT IS NOT THE OUTER GLAMOUR BUT THE INNER VIRTUE THAT MAKES ANY ONE VALUABLE ..
- हमेशा रब से वह मांगो जो किस्मत में है वह नहीं जो आप चाहते हो क्योंकि हो सकता है कि आपका ख्वाहिश कम हो मगर आपकी किस्मत में ज्यादा लिखा हो ..
- YOU ARE COMPROMISING .. DOES NOT MEAN THAT SOMEONE IS RIGHT AND YOUR WRONG BUT MEANS YOU ARE RATING YHE RELATIONSHIP HIGHER AND MUCH MORE THAN YOUR EGO ..
- WHAT IS EASY AND WHAT IS DEFFICULT IN LIFE - इस सवाल का जवाब है : EASY TO ESTABLISH THE FAULT OF OTHERS .. BUT IS DEFFICULT TO RECOGNIZE AND ACCEPT THE OWN MISTAKES ..
- यदि आप किसी को वक्त देते हैं तो यकिन मानिये कि इससे बड़ा तोहफा कोई और नहीं हो सकता .. क्योंकि जिंदगी का वह पल आप उसे देते हैं जो कभी वापस नहीं आ सकता ..

Tuesday, April 13, 2010

thoughtful messages -

Success requires patience and faith ..
most used Alphabet "A" does not appear in spellings of 1 to 999 .. It appears first time in 1000 and then continues ..
a thought -
I think the phones are not the only way to share the thoughts with .. but where ever one finds the way .. must share ..as I want to share the messages, I receive .. this is the one among the good messages which I've received - If the path is beautiful, do not ask where it leads .. but if the destination is beautiful .. never ask that how is the path .. ? just keep going ..

the message I received -
A few days back .. I received a cell-phone message -

THE PERSON WHO LOVES YOU A LOT .. WILL ALWAYS DO TWO THINGS FOR YOU - SILLENTLY CARING ..and also OPENLY HURTING ..

I wrote back to the person and asked .. but why .. ? the person replied - there are certain situations in life where words are not sufficient to explain .. but .. there requires realization of the feelings .. that is - not to be told but to be realized ..
the philosophy of life ..
मेरे नज़र में अभिव्यक्ति महत्वपूर्ण है न कि माध्यम .. आज की ये जो कविता है .. वह मैंने हिन्दी और अंग्रेजी दोनो में लिखा है -

मैं सोच रहा था / कि / Life starts / after birth / at zero / उसके बाद / after passing through / the number of events / good or bad / it ends / at zero .. / यह जानते हुए भी / कि / the END IS ZERO / life is important / between / zero and zero ..

Monday, March 29, 2010

किसी ने कहा -

कई बार बातों ही बातों में हमें कोई ऐसी बात बता जाता है जो व्यवहारिकता के स्तर पर हमें सोचमे पर मजबूर कर देती हैं । कल ऐसी ही कोई बात कोई कर रहा था -
यदि कोई अनियंत्रित गति से और बेपरवाह व बेतरतीब होकर सड़क पर जा रहा है और आपको उसके इस दुर्व्वहार से यदि जरा सा भी धक्का लगता है या फिर चोट पहूंचती है तो - आपकी प्रतिक्रिया की दरअसल कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि ऐसा करके आप अपना ही वक्त और ज्यादा ही जायज करते हैं और फिर आगे चलकर यदि उसने उपने आपको नहीं सुधारा तो .. आगे कहीं भी टकराकर गिर सकता है .. वक्त आपका कीमती है .. इसे व्यर्थ की या फिर फिजूल की बातों में खर्च करना कोई बुद्धिमानी तो नहीं है .. ।

Monday, March 22, 2010

संभव नहीं .. लेकिन फिर भी ..

मैं जानता हूं कि मैं गलत नहीं हूं - कई बार ऐसा लगता कि जो मैं सोच रहा हूं वह किसी को भी पता नहीं चले और मैं खुश भी इस बात से रहता हूं कई बार कि मैं क्या सोच रहा हूं वह किसी को भी नहीं मालूम । लेकिन कई बार ऐसा भी तो लगता है कि मैं क्या सोच रहा हूं वह केवल उसे ही मालूम हो जिसे मैं चाहता हूं कि मालूम हो । मैं जामता हूं कि यह संभव नहीं है लेकिन .. जो मैंने सोचा वह लिख दिया । कोई इस बात से सहमत है या नहीं .. मैं नहीं सोच रहा हूं यह सब .. क्योंकि ऐसा कोई भी ख्याल जो किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचाए .. मैं उसे ही ठीक समझता हूं .. ।

Sunday, March 21, 2010

sensible one ..

I think of loving you .. but never thought of forcing you .. to love me .. but carrying this thought to say - please do not let this thought of love be the reason to hate me ..

Sunday, March 14, 2010

Well Said ..

A bird sitting in the branch of a tree is never afraid of the branch shaking or being broken because birds do not trust on branches but on their own wings .. BELIEVE YOURSELF ..

Sunday, March 7, 2010

चिंतन ..

कुछ न कुछ छुपा है .. सभी के अंदर । मेरे अंदर भी है .. मैं कोई दुनिया से अलग थोड़े न हूं .. और मुझे मालूम है कि आपके अंदर भी है .. । छुपी वह बात .. वह खुशी या वह दर्द .. मैं किसी से बांट नहीं सकता .. कभी बांटने का ख्याल आता भी है तो फिर .. डर जाता हूं कि कहीं .. फिसलकर मेरी बात आम न हो जाये । इन बातों का रिश्ता मेरी सांस से बेहद करीब का है । जब तक सांस है .. तब तलक जिंदा है वह बात .. वह जज्बात .. मेरे अन्दर .. फिर, सांस के उखड़ते ही .. फिर वह भी खत्म .. वह कह रहा था । वह कह रहा था .. मैं सोच रहा था ..

Sunday, February 21, 2010

the impressive lines ..

Have a unique character like salt - its precence is not felt when
quantity is right .. but its its absence makes things testless ..

I came across these impressive lines .. which I wanted to share with you ..

Tuesday, February 16, 2010

अभिव्यक्ति ..

कई ऐसे डाक्टर हैं जिनका चिंतन प्रभावशाली व तारीफ के काबिल है । यहां मैं यह स्पष्ट करना चाहूंगा कि मैं स्वयं पेशे से एक डाक्टर हूं इसलिये डाक्टर की तारीफ कर रहा हूं .. कतई ऐसा नहीं है ।मेरे एक मित्र हैं जो पेशे से चिकित्सक हैं .. वे उस दिन ऐसे ही किसी बात पर कह रहे थे - अपने देश में ये जो बाबूओं का राज है वह आज की स्थिति में शरीर में होने वाली डायबिटिज़ जैसी बीमारी की तरह घातक है .. । मैं उनके इस अवलोकन .. इस पैनी निगाह पर सोच रहा था ।मैं अहा ज़िदगी का फरवरी 2010 का अंक पढ़ रहा था । उसमें पृष्ठ 82 में डा अरविन्द नेराल का पत्र-लेख 'आज में जीना सिखो निन्नी' पढ़ा । पढ़कर मुझे अच्छा लगा । मैं उन्हें सेल-फोन पर SMS कर बधाई दूंगा ।मैं अपनी मानसिकता की बात कर रहा हूं कि .. चाहे कोई भी व्यक्ति हो या फिर वह कोई भी प्रोफेशन का हो .. अपने अन्दर की अनुभूति को यदि व्यक्त करने की आदत यदि उसमें है तो वह मेरी नजर में प्रशंसनीय है .. उसके अभिव्यक्ति का माध्यम फिर कोई चाहे कोई भी हो .. कविता हो या फिर लेख या फिर चित्र या फिर म्यूज़िक . । जो किसी अभिव्यक्ति को व्यक्तिगत होने की टिप्पणी देते हैं उनसे मेरा सनम्र निवेदन है कि किसी अभिव्यक्ति को आप इस नज़र से देखें कि हो सकता है कि किसी का कोई अनुभव आपके किसी काम आ जाये और तब उस स्थिति में ऐसी अभिव्यक्ति की साथर्कता का अहसास आप कर सकते हैं । जो सही है उसे कहने व लिखने में कोई संकोच नहीं है । लिखते समय केवल एक बात का ध्यान रखना चाहिये कि कोई व्यक्तिगत टिप्पणी किसी के लिये कभी न हो और ऐसा किसी को भी नहीं करना चाहिये .. मैं ऐसा सोचता हूं .. ।

Sunday, February 7, 2010

साहबियत पर
बड़े साहब की लिखी
कविता की तारीफ कर रहे
किसी छोटे साहब
के टेबल पर
शोभायमान
कैंची को देखकर
छोटे साहब
और
कैंची
की फितरत पर
मैं सोच रहा था ..

Thursday, February 4, 2010

पैदा होते ही
रोता है वह
और
यदि रोता नहीं है तो फिर
उसके रोने का

बेसब्री से इंतजार होता है

और

फिर जब
वह रोता है तब
सब खुश होते हैं
लेकिन

जब वह जाता है

तब

सबको रूलाकर जाता है
और

यह सिलसिला तो ..

अनिश्चित काल तक

खत्म नहीं होने वाला

शायद ..

मैं सोच रहा था .. ।

Wednesday, February 3, 2010


जाने कितने रंग
लेखक - डा जे एस बी नायडू

मध्य भारत में, छत्तीसगढ़ प्रदेश के पुलिस महानिदेशक, विश्वरंजन एक प्रसिद्ध साहित्यकार, चित्रकार व चिंतक हैं । फ़िराक गोरखपुरी उनके नाना हैं । व्यक्तित्व विश्लेशण पर आधारित इस पुस्तक की मूल भावना सरल व प्रेरणादायक प्रस्तुति है ।

ज्योतिष और शास्वत सत्य -

अच्छी जिंदगी जीने की चाहत किसे नहीं होती .. और फिर ऐसी ही किसी स्थिति को प्राप्त करने के लिये लोग ज्योतिष का सहारा लेते हैं । यही वजह है कि ज्योतिष एक ऐसा धंधा है जिसे दुनिया की किसी मंदी का कोई असर न तो कभी पड़ा है और न ही कभी पड़ सकता है और यह एक शाश्वत सत्य है .. ।

- जेएसबी